मौत बनकर टूटा कूड़े का पहाड़, 2 मारे गए
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MCD Delhi 02/09/2017
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खोड़ा से सटे गाजीपुर एरिया में शुक्रवार को कूड़े के पहाड़ का बड़ा हिस्सा गिरने से एक लड़की समेत दो की मौत हो गई और दस से ज्यादा घायल हो गए। पांच लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जिसमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। दिल्ली पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें देर रात तक बचाव के काम में लगीं हुईं थीं।
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे गाजीपुर डंपिंग यार्ड स्थित कूड़े के पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा टूटकर नीचे गिरा। इसका एक हिस्सा हिंडन नहर में गिरने से वहां पानी की जबर्दस्त लहरें उठने लगीं। करीब 10 मिनट तक 15 फीट ऊंची लहरें उठती रहीं। इन लहरों की चपेट में आकर वहां से गुजर रही एक कार और 7 दोपहिया वाहन नहर में जा गिरे। चश्मदीदों का कहना है कि वाहनों की तादाद दस से ज्यादा हो सकती है, जो बचाव दल के आने से पहले ही दिल्ली की ओर बहकर चले गए। हादसे के बाद इस रूट से होकर गाजियाबाद जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया गया। गाजियाबाद के इंदिरापुरम, वैशाली, वसुंधरा समेत अन्य इलाकों से काफी लोग दिल्ली और नोएडा जाने के लिए इस रूट का इस्तेमाल करते हैं। इस हादसे में मरने वालों के नाम राजकुमारी (32) और अभिषेक (22) हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद ट्वीट किया कि यह मानव निर्मित त्रासदी है और यह बड़ा अपराध है। आखिर एमसीडी सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए मॉडर्न टेक्नॉलजी का इस्तेमाल क्यों नहीं कर रही है।
डंपिंग ग्राउंड की क्षमता पूरी होने की जानकारी कई बार प्रशासन को दी गई, पर कुछ असर नहीं हुआ
- खबर NBT दिल्ली से
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MCD Delhi 02/09/2017
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खोड़ा से सटे गाजीपुर एरिया में शुक्रवार को कूड़े के पहाड़ का बड़ा हिस्सा गिरने से एक लड़की समेत दो की मौत हो गई और दस से ज्यादा घायल हो गए। पांच लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जिसमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। दिल्ली पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें देर रात तक बचाव के काम में लगीं हुईं थीं।
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे गाजीपुर डंपिंग यार्ड स्थित कूड़े के पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा टूटकर नीचे गिरा। इसका एक हिस्सा हिंडन नहर में गिरने से वहां पानी की जबर्दस्त लहरें उठने लगीं। करीब 10 मिनट तक 15 फीट ऊंची लहरें उठती रहीं। इन लहरों की चपेट में आकर वहां से गुजर रही एक कार और 7 दोपहिया वाहन नहर में जा गिरे। चश्मदीदों का कहना है कि वाहनों की तादाद दस से ज्यादा हो सकती है, जो बचाव दल के आने से पहले ही दिल्ली की ओर बहकर चले गए। हादसे के बाद इस रूट से होकर गाजियाबाद जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया गया। गाजियाबाद के इंदिरापुरम, वैशाली, वसुंधरा समेत अन्य इलाकों से काफी लोग दिल्ली और नोएडा जाने के लिए इस रूट का इस्तेमाल करते हैं। इस हादसे में मरने वालों के नाम राजकुमारी (32) और अभिषेक (22) हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद ट्वीट किया कि यह मानव निर्मित त्रासदी है और यह बड़ा अपराध है। आखिर एमसीडी सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए मॉडर्न टेक्नॉलजी का इस्तेमाल क्यों नहीं कर रही है।
- 70 एकड़ इलाके में फैला हुआ है कचरे का यह पहाड़
- 3500 मीट्रिक टन कूड़ा यहां डंप होने का अनुमान
- 650 ट्रक कूड़ा रोजाना यहां पर डाला जाता है
- 50 मीटर से भी ज्यादा थी इस कूड़े के पहाड़ की ऊंचाई
डंपिंग ग्राउंड की क्षमता पूरी होने की जानकारी कई बार प्रशासन को दी गई, पर कुछ असर नहीं हुआ
- खबर NBT दिल्ली से