Wednesday 28 June 2017

सांसदों का लेखा जोखा , काम खुद देखो आप



मंत्रालय की वेबसाइट से ली गयी जानकारी , RTI में अस्पष्ट जानकारी दी गयी |

अधुरा डिजिटल इंडिया, नही की जा रही वेबसाइट अपडेट

देश भर में डिजिटल इंडिया का राग अलापा जा रहा है लेकिन बहुत सी सरकारी वेबसाइटों पर आजतक जानकारी को भी अपडेट नही किया गया है जिससे की डिजिटल इंडिया का सपना कोसों दूर नजर आ रहा है जिसके कुछ साक्ष्य स्क्रीन शोट के रूप में सलंग्न है |




1 साल में 9 हजार से ज्यादा शिकायत पेंडिंग है नार्थ MCD के पास , लोग परेशान




गौरतलब है कि हाल ही में जनता ने बीजेपी को दोबारा MCD में चुन कर भेजा है | MCD के अधिकारी 1साल से 9 हजार से ज्यादा शिकायतों को दबाएँ बैठे है , इसकी सच्चाई MCD नार्थ की वेबसाइट पर आसानी से देखि जा सकती है | स्क्रीनशॉट सलंग्न है


"आप" के सही तरह से ऑफिस आवंटन प्रकिर्या के सबूत |

आम आदमी पार्टी के ऑफिस रोउज अवेनु के संबंध में ALLOTMENT के कागज सोशल मीडिया के माध्यम से हमे मिले जोकि आपके लिए पेश है , प्रार्थमिक स्तर पर इन्हें देखकर लगता है कि कोई गडबडी नही की गयी है तथा बाकायदा LG ऑफिस / राजनिवास को सूचित भी किया गया है |

कागज (-)


नरेला वार्ड 1 में MCD चुनाव के बाद भी सफाई व्यवस्था हालत जस की तस

हाल ही में हुए पार्षद चुनाव में बीजेपी की जीत और नये चेहरों के बावजूद दिल्ली की सफाई की व्यवस्था नही सुधरी है , इसी क्रम में बाहरी दिल्ली के नरेला वार्ड की सफाई व्यवस्था की हालत खराब है | वार्ड में गौतम कॉलोनी , मामुरपुर , सबोली रोड , तथा मुख्य झंडा चौक पर बरसात के समय जलभराव की समस्या प्रमुख है लेकिन नई पार्षद का इस और कोई ध्यान नही है | साथ ही क्षेत्र के बस टर्मिनल पर भी गंदगी साफ़ करने में MCD द्वारा कोताही बरती जा रही है |



वार्ड से मिली कुछ तस्वीर

नरेला बस टर्मिनल , इसके संबंध में डीटीसी अधिकारियो ने बताया की MCD से बहुत बार निवेदन किया है | परन्तु जमीनी स्तर पर कुछ कार्य नही मिला देखने को |
MCD नही उठाती कचरा , यात्री परेशान |
 गौतम कॉलोनी का हाल
 टूटी हुई नाली , ओव्र्फल्लो की समस्या
सफाई का अभाव , बीमारियों का डर
 पार्षद के घर के बगल की हालात
गौतम कॉलोनी DDA की भूमि की हालत , पार्षद के घर के पास
गौतम कॉलोनी , नरेला बीजेपी पार्षद के घर के सामने
बीजेपी पार्षद के घर के सामने , नरेला 

दिल्ली के नार्थ MCD के शिकायत निवारण पोर्टल पर नही होती शिकायतों की सुनवाई , और भी कमियों से लोग परेशान |

दिल्ली के नार्थ MCD के शिकायत निवारण पोर्टल पर नही होती शिकायतों की सुनवाई |

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http://mcdonline.gov.in/

जी हाँ , ये खुद MCD की वेबसाइट देखने से पता चला है , वहां मौजूद संख्याओं के आधार पर स्पष्ट देखा जा सकता है कि MCD में अधिकारी जनता की शिकायतों के प्रति किस हद तक गंभीर है , इसके लिए आप खुद वेबसाइट का अवलोकन कर सकते है जोकि खुलने में भी समय लेती है |

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2003 से अब तक चल रहा है निर्माण , गौरतलब है की इतने सालों में भी MCD इससे ढंग से नही बना पाई है |

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वेबसाइट पर यूँ तो 13 करोड़ से ज्यादा का खर्च किया जा चूका है लेकिन इसपर RTI आवेदन की सुविधा लगभग 2 साल से खराब पड़ी है , साफ़ सी बात है जनता के पैसे को बर्बाद किया जा रहा है |

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Tuesday 6 June 2017

कूड़े वाली गाडी अब पैसे लेगी : MCD


कूड़े वाली गाडी अब पैसे लेगी : MCD

जी हाँ जहाँ एक तरफ आम आदमी पार्टी ने वादा किया था कि हम अगर MCD में आयेंगे तो हाउस टैक्स माफ़ कर देंगे लेकिन जनता को शायद ये पसंद नही आया | और अब भाजपा ने नार्थ MCD में घर से कूड़ा ले जाने वाली गाडी और अन्य कूड़ा  कलेक्शन के भी पैसे तय कर दिए है | हालाँकि जिम्मेदारी के पैसे लेना कहाँ तक सही है कहा नही जा सकता जबकि MCD का काम ही सफाई का है , उनकी जिम्मेदारी यही है जिसके लिए उसके कर्मचारियो को तनख्वाह दी जाती है |

मंगलवार, नवभारत टाइम्स , 06 जून 2017






MCD पार्षदों के भत्ते में 10 गुना से भी ज्यादा का इजाफा

MCD पार्षदों के भत्ते में 10 गुना से भी ज्यादा का इजाफा 


जी हाँ mcd पार्षदों के भत्ते में एतिहासिक बढोत्तरी कर दी गयी है , याद हो जब दिल्ली सरकार ने भत्ते बढ़ाएं जाने का प्रस्ताव भेजा था तो उसे केंद्र ने लौटा दिया था | पढ़ें पूरी खबर :-



Allowance Hike for MCD "पार्षद" बुधवार , 07 जून 2017

 














''इतना लड़ने के बाद भी मैं हार गया, वाह रे मेरा देश! वाह रे इसकी शिक्षा व्यवस्था!''- अवनीश यादव

भ्रष्ट शिक्षा व्यवस्था को अकेले चुनौती देता 'अवनीश यादव' -

(-अजय कुमार - {RAO AJAY VEER YADAV} RTI कार्यकर्ता)





एक 15 साल के लड़के की भ्रष्ट शिक्षा व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई बहुत मायने रखती है। ''इतना लड़ने के बाद भी मैं हार गया, वाह रे मेरा देश! वाह रे इसकी शिक्षा व्यवस्था!'' | 

ये बयान है 15 साल के हाईस्कूल के छात्र 'अवनीश यादव' का है। अवनीश आजमगढ़ बेलइसा (उत्तर प्रदेश )के 'चिल्ड्रेन सीनियर सेकेंडरी स्कूल' के छात्र हैं। इनके पिता जी ने स्कूल की मोटी फीस का साल भर का स्टेटमेंट मांगा। स्कूल मैनेजमेंट ने स्कूल फीस का स्टेटमेंट तो नहीं दिया लेकिन 'अवनीश' को 'टीसी' दी और स्कूल से निकाल दिया गया ।

स्कूल के मेनेजर श्री  'बजरंग त्रिपाठी' जो छात्रों से साल भर मोटी फीस वसूलते हैं उन्होंने एक बार भी नहीं सोचा कि छात्र का इसी बार दसवीं का बोर्ड एग्जाम है। अवनीश को स्कूल से निकाल देने पर उसका एक साल बर्बाद हो जायेगा। इतना सब होने पर भी 'अवनीश' और उनके पिता ने हार नहीं मानी। अवनीश बताते हैं कि उन्होंने कक्षा 6ठीं की एक किताब में 'बाल अधिकारों और बाल आयोग' के विषय में पढ़ा था उसी से प्रेरित होकर इन्होंने 'बाल आयोग' में स्कूल के तानाशाही रवैये की शिकायत दर्ज कराई।

राष्ट्रिय बाल आयोग के हस्तक्षेप के बाद स्कूल में उनका पुन: एडमिशन हुआ। अवनीश बताते हैं कि इस पूरी लड़ाई के दौरान उन्हें राष्ट्रपिता 'गाँधी' जी का कथन "हो सकता है आप कभी न जान सकें कि आपके काम का क्या परिणाम हुआ, लेकिन यदि आप कुछ करेंगे नहीं तो कोई परिणाम नहीं होगा" ने प्रेरणा दी। 

अवनीश अपनी लड़ाई जीत चुका था। लेकिन आज जब सीबीएससी बोर्ड दसवीं के नतीजे आये तो उन्हें परीक्षा से अनुपस्थित बताकर उनका परिणाम शून्य बताया गया। अवनीश अपनी फेसबुक पोस्ट में बेहद निराश दिखे। मात्र 18-19 साल का एक लड़का जो पूरे भ्रष्ट एजुकेशन सिस्टम से अकेले लड़ रहा है उसका यूं हार जाना हमारे समाज की कमजोरी है। हमारी कमजोरी है।  

ये सब हो जाने के बाद एक बात तो सामने आ रही है कि कहीं न कहीं लोकल स्कूल माफिया के साथ क्षेत्रीय सीबीएसई अधिकारी भी मिले हो सकते है हालाँकि ये एक शक है लेकिन शक करने में कोई गलती नही है क्यूंकि एक बच्चे का भविष्य दाँव पर लगा है |

अवनीश यादव का रिजल्ट (रोल न. 5176701)



Sunday 4 June 2017

केजरीवाल से परेशान दिल्ली वाले एक बार जरुर पढ़िए-समझिए-सोचिये


दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनना एक चमत्कार ही था वो भी इतनी भारी बहुमत के साथ जोकि एक ऐतिहासिक जीत थी | लेकिन अब क्या हो रहा है उसके पीछे की साजिश कौन कर रहा है, कौन उसका निर्माता , निर्देशन कौन कर रहा है , किसको परेशान करने के लिए ये सब किया जा रहा है - ये सब जानने के लिए जरुर पढ़िए :-


1. क्या क्या किया जा रहा है केंद्र /भाजपा / सिस्टम द्वारा :-


  • रोज रोज दिल्ली सरकार के साथ टकराव |
  • LG के माध्यम से आप सरकार के फैसलों को ख़ारिज करवाना |
  • दिल्ली के मुख्यमंत्री , उप मुख्यमंत्री , मंत्रीगण आदि को परेशान करना |
  • अफसरों को सीबीआई का डर दिखाकर डराना |
  • आप सरकार द्वारा मांगे गये अफसरों को उपलब्ध ना करवाना |
  • आप सरकार के मुख्य कार्यो (बिजली , पानी, मोहल्ला क्लिनिक आदि) पर काम करने वाले अफसरों का तबादला करना चूँकि ट्रान्सफर - पोस्टिंग LG के पास है |
  • ACB पर दिल्ली सरकार के अधिकार को छीन लेना, वहाँ एक नया पद बनाकर अपना चहेता अफसर बैठाना और सरकार की कारवाई पर हस्तक्षेप करना |
  • मुख्यमंत्री कार्यालय से अफसरों को हटा कर अफसरविहीन कर देना |
  • दिल्ली सरकार की जासूसी करना |
  • दिल्ली सरकार को गिराने की कोशिश करना |
  • दिल्ली सरकार के खिलाफ झूठ फैलाना |
  • राशन के मामले में दिल्ली के कोटे को रोक देना |
  • छोटे छोटे मामलो पर दिल्ली के चुने हुए विधायकों को गिरफ्तार करवाना (अधिकांश मामलो में दिल्ली पुलिस कोर्ट में फटकार झेल चुकी है)
  • MCD (भाजपा शासित) द्वारा विधायक के फैसलों को रोक देना / NOC ना देना , सफाई के लिए काम ना करना और विधायक की छवि खराब करना |
  • अफसरों में दिल्ली सरकार के खिलाफ माहौल पैदा करना |
  • और भी बहुत कुछ  |
2.क्या करती है आप सरकार ,क्या चाहती है आप सरकार ?
  • दिल्ली में पूर्ण बहुमत में सरकार में आई आप सरकार जनता के लिए फैसले करना चाहती है तथा चाहती है की आपके चुने हुए प्रतिनिधि आपके लिए सीधे फैसले ले सकें |
  • शिक्षा के क्षेत्र में आप सरकार प्राइवेट स्कूल माफिया के खिलाफ खड़ी है |
  • हेल्थ सुविधाओं में सुधार |
  • और भी ज्यादा ,बिजली सस्ती करना |
  • पानी को मुफ्त रखना तथा हर घर तक पहुंचाना |
  • ट्रांसपोर्ट की कमियों को दूर करना |
  • शिकायत निवारण व्यवस्था को सुधारना |
  • टैंकर माफिया के खिलाफ लड़ना |
  • व् बहुत कुछ जैसे WIFI, एंटी POLLUTION कार्य इत्यादि |
3. कहाँ पेच फंस जाता है , समस्या कहाँ आती है ?

  • दिल्ली  के अभी अधिकारी , अफसर , सचिव LG के अधीन है यानी LG ही उनकी नौकरी-ट्रान्सफर-पोस्टिंग-हटाना-लगाना  संबंधित मामले में विचार करने वाले है , मतलब यदि आपसे कोई अफसर दुर्व्यवहार करता है या कार्य नही करता है तो आपके चुने हुए मुख्यमंत्री तक को पॉवर नही है कि वो उसे हटा दे क्यूंकि LG साहब के पास ये अधिकार है |

  • जब अधिकारी , अफसर ,सचिव के उपर चुनी हुई सरकार का नियंत्रण ही नही है तो फिर सरकार के फैसलों में वो साथ देने को बाध्य नही होगा बस स्वेच्छा से ही काम करेगा | इसी कारण से दिल्ली सरकार के फैसलों में देरी आती है |                                                                                                            - कुछ माह पहले एक मरीज की LNJP अस्पताल में वेंटीलेटर की कमी के कारण मौत हो गयी तो - स्वास्थ्य मंत्री श्री सत्येंद्र जैन ने दिल्ली के स्वास्थ्य सचिव को अपने साथ अस्पताल चलने को कहा तो सचिव ने कहा की उनके पास आज गाडी नही है और अस्पताल आने से मना कर दिया  | सचिव को मंत्री का कोई डर नही था क्यूंकि उसके उपर सरकार का नियन्त्रण ही नही है , सोचिए मंत्री कौन है किसने बनाया है उसे मंत्री - जनता ने | अगर जनता के बनाए मंत्री की कोई सचिव स्तर कका अफसर नही सुन रहा तो आपकी कौन सुनेगा | और भाजपा ही इसकी जिम्मेदार है तथा LG मोहरा है |

  • अच्छे अधिकारी जोकि सरकार के साथ फैसलों में काम करते है उन्हें फर्जी मामलो में फंसा देना , अंडमान निकोबार भेज देना , सीबीआई की रेड पडवा देना , SUSPEND करवा देना , पोस्ट से हटा देना जैसे स्वास्थ्य सचिव को हटाया गया था , ACB में SS यादव को हटाया गया था | सरकार को फ़ैल करने का हर प्रयास |

  • केजरीवाल का इन सब से समझौता ना करना भी एक कारण है , और उन्हें समझौता करना भी नही चाहिए |
3. तो क्या दिल्ली में भाजपा की सरकार ही इस समस्या का हल है ?

  • यदि आप सोचते है कि मोदी जी या भाजपा इस समस्या का हल कर सकती है तो आप एक बहुत बड़े वहम में जी रहे है :-
  • भले ही आप सरकार सीधा लड़ने को खड़ी हो जाती है केंद्र से लेकिन फिर भी काम करती है जहाँ तक सक्षम है करने में |

  • दिल्ली में पुलिस , सफाई , अफसर , अधिकारी और दिल्ली के प्रशासनिक मुखिया आदि 1/2 कार्यक्षेत्रों- क्षेत्रो में मोदी जी और भाजपा का ही अधिकार है , जिम्मेदारी है तो - 

  • आप बताईए - क्या  दिल्ली में सफाई व्यवस्था बढिया है जबकि यहाँ 10 साल से भाजपा है और 5 साल और भी है ?
  • आप बताइए - क्या दिल्ली में कानून-व्यवस्था सर्वोत्तम है , क्या कोई हत्या, रेप नही होता , क्या पुलिस रिश्वत नही लेती , क्या पुलिस अपना काम सही से करती है ?
  • आप बताइए- क्या दिल्ली के अधिकारी अफसर जोकि LG के माध्यम से केंद्र के नीचे है वो सही से काम करते है ,आपकी सुनवाई होती है |
  • आप बताइए - क्या ट्रैफिक पुलिस , आदि जो भी केंद्र के अधीन है वो सब सही काम कर रहे है ?

आप सोच के देखिए और समझिए की जब 1/3 दिल्ली पर अधिकार रखने के बाद भी मोदी जी और भाजपा कुछ काम नही कर रही तो क्या दिल्ली में सरकार बनाके क्या कर लेगी ?

थोडा-सा और सोचिये भाजपा की सरकार केंद्र के अलावा ,कहाँ -कहाँ किस-किस राज्य में है ?
 
राजस्थान में -  पूर्ण राज्य है  क्या वहां सब अच्छा चल रहा है . क्या जनता खुश है , अधिकारी सुनते है , भ्रष्टाचार खत्म हो गया है ?
हरियाणा - पूर्ण राज्य है  क्या वहां सब अच्छा चल रहा है , बिजली आती है , क्या जनता खुश है , अधिकारी सुनते है , प्राइवेट स्कूल माफिया खत्म हुआ ,भ्रष्टाचार खत्म हो गया है ?
उत्तर प्रदेश -  179 बलात्कार वहां हो चुके है नई सरकार बनने के बाद से, बिजली का हाल पहले जैसा ही है , मुख्यमंत्री AC लेकर चलते है, पुलिस के अधिकारीयों- आईएएस अधिकारियो तक से दुर्व्यवहार किया जा
रहा है , सहारनपुर में दंगे हो चुके है , क्या जनता वाकई खुश है , क्या बिजली सस्ती है , पानी मुफ्त है , कानून व्यवस्था सुधर गयी ?
उत्तराखंड-  हाल ही में वहां के मुख्यमंत्री के कार्यालय तक में शराब की खेंप पकड़ी गयी है , सडक निर्माण में घोटाला हुआ है लेकिन केन्द्रीय मंत्री (सडक) ने जांच से इनकार कर दिया है , पुलिस ने एक पर्यटक को सरेआम मारा-पिटा वो भी महिला पर्यटक को , क्या वहां भ्रष्टाचार खत्म हुआ , क्या बदलाव आया , क्या जनता खुश है ?

*चार पूर्ण राज्यों का उदाहरण दिया है मैंने उपर , आप पढ़िए और सोचिए की इन राज्यों में सरकार के पास फुल पॉवर है लेकिन फिर भी ये कुछ नही कर पाए या फिर कहें की करना नही चाहते  , क्योंकि कमी नियत की है |

आपके मुख्यमंत्री के पास 20 प्रतिशत पॉवर है वो भी LG के माध्यम से कम की जाती रही है (अगस्त 2016 , दिल्ली हाई कोर्ट के एक नोटिफिकेशन के बाद से) , लेकिन उसकी नियत खराब नही है , वो लड़ता है आपके लिए , वो हिन्दू-मुस्लिम दंगे नही करवाता, वो गाय का राजनीति में उपयोग नही करता , वो शिक्षा , स्वास्थ्य में ब्द्ल्लाव चाहता है |

उसे बस आपके साथ की जरूरत है , क्या आप साथ देंगे ?

Saturday 3 June 2017

KAPIL MISHRA को एक सामान्य नागरिक / कार्यकर्ता का पत्र

आम आदमी पार्टी से निकाले गये कपिल मिश्र के नाम एक आम नागरिक और आप कार्यकर्ता का पत्र


(कपिल को संबोधित पत्र)

Thursday 1 June 2017

महिला दरोगा का योगी सरकार में हुआ बलात्कार दी जान से मारने की धमकी

योगी सरकार में पुलिस ही सुरक्षित नहीं तो जनता कैसे सुरक्षित रहेगी, महिला दरोगा का हुआ बलात्कार दी जान से मारने की धमकी 




लखनऊ, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के सुशासन का ये आलम है कि यूपी की महिलाओं का घर से बहार निकलना मुश्किल हो गया है। घर से बहार तो निकलना दूर अब महिलायें घर के भीतर भी सुरक्षित नहीं रह गई हैं। सीतापुर में घर में घुसकर महिला दरोगा के साथ बलात्कार करने की घटना सामने आई है।
सीतापुर में एक युवक ने महिला दरोगा से उसके घर में घुसकर जबरन दुष्कर्म किया और उसे धमकी भी दे डाली। रविवार को पुलिस लाइन परिसर में महिला एचसीपी (प्रोन्नत दारोगा) के घर में घुसकर एक युवक ने असलहे के बल पर उसके साथ दो बार जबरन दुष्कर्म किया। यही नहीं युवक ने उसके बाद उससे फिरौती के रूप में पांच लाख रुपये की मांग की और मांग पूरी न होने की स्थिति में उसने बुरा अंजाम भुगतने की चेतावनी भी दे डाली। इसके बाद वहां से भाग निकला।
मामला जब पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में आया तो उन्होंने भी घटना को छिपाने के उद्देश्य से शहर कोतवाली की जगह लहरपुर में मुकदमा दर्ज करा दिया है। इस पूरे प्रकरण में पुलिस अधिकारी कुछ भी कहने से इनकार कर रहे हैं।
अब यहां सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि जब पुलिस वाले ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम जनता का क्या हाल होगा।
Source : - http://dainikaaj.com/lady-si-gangraped-by-dabang-in-sitapur/

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