भारत सरकार के पूर्व संयुक्त सचिव रघुनंदन ने लिखा Arvind Kejriwal हर बार सही साबित हुए
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Delhi News Dated 07/11/17
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भारत सरकार के पूर्व संयुक्त सचिव रघुनंदन टीआर (आइएएस अधिकारी) ने लिखा कि कैसे @ArvindKejriwal जी हर बार सही साबित हुइ
पूर्व आइएएस अधिकारी टीआर रघुनंदन इन दिनों कर्नाटक के राज्य योजना मंडल के सदस्य हैं. वे कर्नाटक के पंचायती राज सचिव और केंद्र सरकार में पंचायती राज के संयुक्त सचिव रह चुके हैं (पूर्व पंचायती राज मंत्री मणिशंकर अय्यर के कार्यकाल में). उन्होंने विकेंद्रीकरण की व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सरकारी सेवा से इस्तीफा देकर स्वतंत्र रूप से काम करने का फैसला किया. देश और दुनिया के स्थानीय स्वशासन की कार्यप्रणालियों के बारे में उनका शानदार अध्ययन है. वे संयुक्त राष्ट्र के कंवर्जेश डिसेंट्रलाइज डिस्ट्रिक्ट प्लानिंग परियोजना में बतौर सलाहकार योगदान दे रहे हैं. यह परियोजना देश के सात राज्यों में विकेंद्रीकरण और विभिन्न विभागों की अलग-अलग योजनाओं के बीच सामन्जस्य बिठाते हुए इसे सरल रूप देने का प्रयास कर रही है. इस परियोजना में झारखंड भी शामिल है. रघुनंदन इस परियोजना के सिलसिले में भी झारखंड आते रहते हैं. इसके अलावा वे भ्रष्टाचार के खिलाफ www.ipaidabribe.com नामक साइट का संचालन भी कर रहे हैं. इस साइट पर 16 हजार से अधिक लोगों ने भ्रष्टाचार से जुड़े अपने अनुभव साझा किये हैं कि उन्हें किस तरह घूस देने के लिए मजबूर होना पड़ा.
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Delhi News Dated 07/11/17
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भारत सरकार के पूर्व संयुक्त सचिव रघुनंदन टीआर (आइएएस अधिकारी) ने लिखा कि कैसे @ArvindKejriwal जी हर बार सही साबित हुइ
पूर्व आइएएस अधिकारी टीआर रघुनंदन इन दिनों कर्नाटक के राज्य योजना मंडल के सदस्य हैं. वे कर्नाटक के पंचायती राज सचिव और केंद्र सरकार में पंचायती राज के संयुक्त सचिव रह चुके हैं (पूर्व पंचायती राज मंत्री मणिशंकर अय्यर के कार्यकाल में). उन्होंने विकेंद्रीकरण की व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सरकारी सेवा से इस्तीफा देकर स्वतंत्र रूप से काम करने का फैसला किया. देश और दुनिया के स्थानीय स्वशासन की कार्यप्रणालियों के बारे में उनका शानदार अध्ययन है. वे संयुक्त राष्ट्र के कंवर्जेश डिसेंट्रलाइज डिस्ट्रिक्ट प्लानिंग परियोजना में बतौर सलाहकार योगदान दे रहे हैं. यह परियोजना देश के सात राज्यों में विकेंद्रीकरण और विभिन्न विभागों की अलग-अलग योजनाओं के बीच सामन्जस्य बिठाते हुए इसे सरल रूप देने का प्रयास कर रही है. इस परियोजना में झारखंड भी शामिल है. रघुनंदन इस परियोजना के सिलसिले में भी झारखंड आते रहते हैं. इसके अलावा वे भ्रष्टाचार के खिलाफ www.ipaidabribe.com नामक साइट का संचालन भी कर रहे हैं. इस साइट पर 16 हजार से अधिक लोगों ने भ्रष्टाचार से जुड़े अपने अनुभव साझा किये हैं कि उन्हें किस तरह घूस देने के लिए मजबूर होना पड़ा.