Monday 13 November 2017

हार्दिक की तथाकथित सेक्स सीडी बीजेपी को भारी पड़ सकती है

हार्दिक की तथाकथित सेक्स सीडी बीजेपी को भारी पड़ सकती है

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गुजरात News Dated 13/11/17 
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अहमदाबाद से लेकर दिल्ली के पत्रकारों के बीच पिछले दो महीने से यह चर्चा थी कि हार्दिक पटेल की कोई सीडी चुनाव से ठीक पहले सामने आने वाली है. 4 नवम्बर को इसी सिलसिले में हार्दिक पटेल का बयान आया था कि चुनाव से पहले बीजेपी उनकी फर्जी सेक्स सीडी जारी कर सकती है. उस समय हार्दिक ने पत्रकारों से कहा, “बीजेपी मेरे खिलाफ एक फर्जी सीडी तैयार कर रही है. यह चुनाव से पहले जारी की जाएगी. आप बीजेपी से इसके अलावा किस चीज की उम्मीद कर सकते हैं. इंतज़ार करिए और सीडी का मजा लीजिए.”
HARDIK PATEL SEX CD : THIS SEX CD MAY RUIN BJP’s image instead of hardiik patel
इसके ठीक 9 दिन बाद एक युवक ने हार्दिक की तथाकथित सेक्स सीडी रिलीज की है. युवक का दावा है कि उसके पास ‘पाटीदार अमानत आंदोलन समिति’ के दूसरे नेताओं की सीडी भी है. इधर सीडी पर प्रतिक्रया देते हुए हार्दिक पटेल का कहना है कि गुजरात में सियासत का गंदा खेल शुरू हो चुका है. हार्दिक पटेल इस चुनाव में अपना समर्थन कांग्रेस को दे चुके हैं. ऐसे में इस सीडी काण्ड के बाद सूबे की सियासत में उबाल आना लाजमी है.
क्या होंगे नतीजे
पहली चीज यह है कि अभी तक यह साफ़ नहीं हो पाया है कि सीडी में दिखाई दे रहा शख्स हार्दिक पटेल है या नहीं. इधर हार्दिक लगातार इस सीडी को फर्जी बता रहे हैं. ऐसे में इस सीडी काण्ड के बाद एक-दूसरे के ऊपर आरोप लगाने की सनातनी राजनीति की शुरुआत हो चुकी है. इसके अगले कुछ दिनों में रफ़्तार पकड़ने की उम्मीद है.
बीजेपी कई मुद्दों पर फिलहाल बैकफुट पर दिख रही थी. अब उसके पास हार्दिक के बहाने कांग्रेस पर हमलावर होने का मौक़ा है. वहीं कांग्रेस पाटीदारों की सहानुभूति बटोरने के लिए इस पूरे काण्ड का आरोप बीजेपी के माथे डालती हुई दिखाई देगी.
2015 में हार्दिक पटेल की बताई गई अश्लील तस्वीरें भी काफी वायरल हुई थीं. बाद में इन तस्वीरों को फर्जी पाया गया था. हार्दिक अतीत में हुए चरित्र हनन के प्रयासों का हवाला देकर खुद को बचा सकते हैं.
2016 में हार्दिक पटेल का कथित स्टिंग सामने आया था. इसमें उन्हें पैसे लेते हुए दिखाया गया था. हार्दिक पटेल के चरित्र हनन का यह प्रयास उल्टा पड़ गया. इस स्टिंग के बाद पाटीदार समाज में उनके प्रति सहानुभूति बढ़ गई थी. इसी दौरान सितंबर 2016 में अमित शाह ने सूरत में एक रैली की थी. इस रैली में उन्हें पाटीदारों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा था. चार घंटे के उनके प्रस्तावित कार्यक्रम को महज आधे घंटे में खत्म करना पड़ा था. उस समय की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल को सफाई देने के लिए दिल्ली बुला लिया गया था. यहां से ही उनके इस्तीफे की भूमिका बननी शुरू हो गई थी.
हालांकि इस सीडी काण्ड में बीजेपी को सीधे तौर पर जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता लेकिन हार्दिक पटेल लगातार बीजेपी को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं. ऐसे में इस सेक्स सीडी के चलते बीजेपी को सियासी नुकसान भी उठना पड़ सकता है. पिछले स्टिंग की तरह अगर हार्दिक इस बार भी खुद को ‘सिस्टम का सताया’ साबित कर ले जाने में कामयाब रहते हैं तो वो बड़े पैमाने पर सहानुभूति बटोर सकते हैं. यह स्थिति बीजेपी की दुश्वारियां बढ़ा सकती है.
सोर्स - https://www.thelallantop.com

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