गोरखपुर में 48 मौत के बाद आज पहुंचा ऑक्सीजन सिलेंडर
Publish Date:Sat, 12 Aug 2017 10:37 AM (IST) | Updated Date:Sat, 12 Aug 2017 12:24 PM (IST)
गोरखपुर (जेएनएन)। बाबा राघव दास मेडिकल कालेज में बीते दो दिन में ऑक्सीजन की कमी से 48 लोगों की मौत के बाद अब मेडिकल कालेज प्रशासन सक्रिय हो गया है। आज यहां पर मेडिकल कालेज में एक ट्रक में ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचा है।
शासन व प्रशासन ने सरकारी आंकड़ों में केवल सात मौत बताईं। यहां पर लापरवाह जिम्मेदारों ने यह भी बताया कि अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर की कोई कमी नहीं है। यहां के निवासियों का कहना है कि जब ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी नहीं है तो फिर अब आज इन्हें क्यों लाया जा रहा है। आज डीसीएम में सिलेंडर भरकर लाये जा रहे हैं। इस मामले में जिम्मेदार मुंह बंद करके बैठे हुए हैं। उनका सरकार के इशारों पर रटा रटाया बयान मीडिया को दिया जा रहा है।
ऑक्सीजन की कमी के चलते बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग में 30 मासूमों की भेंट चढ़ गए। जिस पर पर्दा डालने की कोशिश की जा रही है। भले ही कल रात में राज्य सरकार के प्रवक्ता ने प्रेसनोट जारी करके बयान दिया हो कि केवल 7 मौतें हुईं हैं, वो भी ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी से नहीं हुईं। सरकार ने यह भी कहा कि मीडिया खरें भ्रामक दिखा रहा है।
बकाया भुगतान के लिए लिखा गया था पत्र
एक अगस्त 2017 को दीपांकर शर्मा की ओर से बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य को एलएमओ गैस प्लांट का बकाया भुगतान न होने के कारण ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने के सम्बन्ध में पत्र लिखा जाता है।
पत्र के अनुसार, 'आपको हमारे द्वारा पूर्व में भी उपरोक्त विषय के सम्बन्ध में पत्राचार दूरभाष एवं व्यक्तिगत रूप से कई बार सूचित करने के उपरान्त भी बकाया भुगतान जोकि आज दिनांक एक अगस्त 2017 में 63 लाख 65 हजार 702 रुपये लंबित है। उपरोक्त स्थिति के बाद भी आज हमने मरीजों के हित का स्मरण रखते हुए आपूर्ति सुनिश्चित की है।
जिससे कि गैस प्लांट में निर्बाध रूप से आगामी 4 से 5 दिन तक सप्लाई सुनिश्चित रह सके। हम आपको पूर्व में भी सूचित कर चुके हैं कि आइनॉक्स कंपनी जिससे हम गैस की आपूर्ति ले रहे हैं ने भी भुगतान न होने की स्थिति में भविष्य में सप्लाई करने में असमर्था दिखाई है। अत: आपसे विनम्र निवेदन है कि उपरोक्त क्रम में हमारा बकाया भुगतान करना अविलम्ब सुनिश्चित करें।
भुगतान न होने की स्थिति में हम भविष्य में सप्लाई करने में असमर्थ होंगे और इसकी कोई भी जिम्मेदारी संस्था की नहीं रहेगी। इस पत्र से साफ पता चलता है कि ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली संस्था की ओर से 63 लाख रुपये बकाये को लेकर बीआरडी प्रशासन को कई बार अवगत कराया गया। जिसके बाद भी प्रशासन की ओर से कोई सुनवाई नहीं की गयी।