Tuesday 6 June 2017

''इतना लड़ने के बाद भी मैं हार गया, वाह रे मेरा देश! वाह रे इसकी शिक्षा व्यवस्था!''- अवनीश यादव

भ्रष्ट शिक्षा व्यवस्था को अकेले चुनौती देता 'अवनीश यादव' -

(-अजय कुमार - {RAO AJAY VEER YADAV} RTI कार्यकर्ता)





एक 15 साल के लड़के की भ्रष्ट शिक्षा व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई बहुत मायने रखती है। ''इतना लड़ने के बाद भी मैं हार गया, वाह रे मेरा देश! वाह रे इसकी शिक्षा व्यवस्था!'' | 

ये बयान है 15 साल के हाईस्कूल के छात्र 'अवनीश यादव' का है। अवनीश आजमगढ़ बेलइसा (उत्तर प्रदेश )के 'चिल्ड्रेन सीनियर सेकेंडरी स्कूल' के छात्र हैं। इनके पिता जी ने स्कूल की मोटी फीस का साल भर का स्टेटमेंट मांगा। स्कूल मैनेजमेंट ने स्कूल फीस का स्टेटमेंट तो नहीं दिया लेकिन 'अवनीश' को 'टीसी' दी और स्कूल से निकाल दिया गया ।

स्कूल के मेनेजर श्री  'बजरंग त्रिपाठी' जो छात्रों से साल भर मोटी फीस वसूलते हैं उन्होंने एक बार भी नहीं सोचा कि छात्र का इसी बार दसवीं का बोर्ड एग्जाम है। अवनीश को स्कूल से निकाल देने पर उसका एक साल बर्बाद हो जायेगा। इतना सब होने पर भी 'अवनीश' और उनके पिता ने हार नहीं मानी। अवनीश बताते हैं कि उन्होंने कक्षा 6ठीं की एक किताब में 'बाल अधिकारों और बाल आयोग' के विषय में पढ़ा था उसी से प्रेरित होकर इन्होंने 'बाल आयोग' में स्कूल के तानाशाही रवैये की शिकायत दर्ज कराई।

राष्ट्रिय बाल आयोग के हस्तक्षेप के बाद स्कूल में उनका पुन: एडमिशन हुआ। अवनीश बताते हैं कि इस पूरी लड़ाई के दौरान उन्हें राष्ट्रपिता 'गाँधी' जी का कथन "हो सकता है आप कभी न जान सकें कि आपके काम का क्या परिणाम हुआ, लेकिन यदि आप कुछ करेंगे नहीं तो कोई परिणाम नहीं होगा" ने प्रेरणा दी। 

अवनीश अपनी लड़ाई जीत चुका था। लेकिन आज जब सीबीएससी बोर्ड दसवीं के नतीजे आये तो उन्हें परीक्षा से अनुपस्थित बताकर उनका परिणाम शून्य बताया गया। अवनीश अपनी फेसबुक पोस्ट में बेहद निराश दिखे। मात्र 18-19 साल का एक लड़का जो पूरे भ्रष्ट एजुकेशन सिस्टम से अकेले लड़ रहा है उसका यूं हार जाना हमारे समाज की कमजोरी है। हमारी कमजोरी है।  

ये सब हो जाने के बाद एक बात तो सामने आ रही है कि कहीं न कहीं लोकल स्कूल माफिया के साथ क्षेत्रीय सीबीएसई अधिकारी भी मिले हो सकते है हालाँकि ये एक शक है लेकिन शक करने में कोई गलती नही है क्यूंकि एक बच्चे का भविष्य दाँव पर लगा है |

अवनीश यादव का रिजल्ट (रोल न. 5176701)



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